मुख्तलिफ पन्नों में
एक पन्ना तुम्हारा भी मिला
इस पर
एक तरफ हम
और
दूसरा तुम्हारा किनारा मिला।
दुआ को हाथ
जब भी उठते हैं
तो अक्स
तेरा ही दिखा
और मैं
खुदा का भी न हुआ।
साल दर साल
बीत रहे
तमन्ना में तेरी
कल से फिर एक
नया साल
सिर्फ
तुम्हारा हुआ।