अपने विचारों को उचित शब्दों में पिरोकर व्यक्त कर पाना तथा उन शब्दों का मन-मस्तिष्क पर अंकित हो जाना एक अद्वितीय कला है जिसकी धनी थीं कर्मठ नेता व सजग व्यक्तित्व की स्वामिनी श्रीमती सुषमा स्वराज जी।आज हमारे बीच में उनका स्वरूप नहीं है लेकिन उनकी वाणी चारों ओर अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराती है तथा युगों तक भारत देश उनके आचरण,विचार,कर्मठता व देश सेवा के लिए किये गए योगदान को भारतीय इतिहास में स्वर्णिम शब्दों में स्थान देगा। देश ने आज एक लाजवाब वक्ता, सरल हृदय महिला,कर्मठ नेता व देशभक्त को खो दिया है तथा उनकी इस कमी को भर पाना आसान नहीं है।
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Wednesday, August 7, 2019
श्रद्धांजलि - सुषमा स्वराज
अपने विचारों को उचित शब्दों में पिरोकर व्यक्त कर पाना तथा उन शब्दों का मन-मस्तिष्क पर अंकित हो जाना एक अद्वितीय कला है जिसकी धनी थीं कर्मठ नेता व सजग व्यक्तित्व की स्वामिनी श्रीमती सुषमा स्वराज जी।आज हमारे बीच में उनका स्वरूप नहीं है लेकिन उनकी वाणी चारों ओर अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराती है तथा युगों तक भारत देश उनके आचरण,विचार,कर्मठता व देश सेवा के लिए किये गए योगदान को भारतीय इतिहास में स्वर्णिम शब्दों में स्थान देगा। देश ने आज एक लाजवाब वक्ता, सरल हृदय महिला,कर्मठ नेता व देशभक्त को खो दिया है तथा उनकी इस कमी को भर पाना आसान नहीं है।