Wednesday, March 7, 2018

उड़ान


" Happy Women's Day "

उड़ान

जब हौंसला कर लिया ऊँची उड़ान का
फिर 
कद क्या देखना आसमान  का   
निगाहें आसमान पर 
पैरों तले है जमीन
सपनों की ऊँची उड़ान है
बैचैन है जिंदगी 
छटपटाहट सी है मन में
मायूस है ज़िंदगी। 

बस इक बार, 
भरनी ऊँची उड़ान है
फिर हैं
ऊंचाइयां और
राह तेरी आसान है। 

पर फड़फड़ाये
सौ बार
हिम्मत अभी मत हार। 

ऊँची उड़ान है तेरी
और 
मंजिल भी है करीब
खुदा का हाथ है 
जिस पे
तू ही है वो खुशनसीब !