Tuesday, May 8, 2018

सराहनीय कदम



भारतीय दंपत्ति अपनी सूनी  गोद भरने के लिए अब बेटियों  को गोद  ले रहें हैं। आजकल के माहौल में बड़ी ही सुखद खबर है। गोद देने के लिए संस्थाएं कड़े नियमों का पालन करती हैं व परिवार की उचित जांच-पड़ताल के बाद ही बच्चा परिवार को सौपतीं हैं।अच्छा ही है इन बच्चियों को माता-पिता के प्यार के साथ-साथ परिवार में  एक सुरक्षित माहौल व उज्जवल भविष्य मिल सकेगा। माता-पिता को संतान न होने के कारण हुई पीड़ा से भी निजात मिलेगी। बेटियों को गोद लेने वाले परिवारों द्वारा लिया गया निर्णय निश्चित रूप से सराहनीय कदम है। इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि बेटियां माता-पिता से  भावनात्मक रूप से जुडी होती हैं व माता-पिता की देखभाल भी बखूबी कर लेती हैं। बेटियों को गोद लेने वाले माता-पिता ने सदियों से पढ़े जा रहे -कि सिर्फ बेटा ही परिवार का नाम रोशन करेगा या वंश आगे बढ़ाएगा जैसे जुमलों को भी झुठला दिया है। 

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